हद तो तब हुई जब इल्जाम भी लगाये और गुनाह भी नहीं बताये। हद तो तब हुई जब इल्जाम भी लगाये और गुनाह भी नहीं बताये।
बजुर्ग हमारे हो गए परेशान इस मोबाइल की वजह से, घर का हर बच्चा बड़ा अब कर रहा नजर अंदाज बजुर्ग हमारे हो गए परेशान इस मोबाइल की वजह से, घर का हर बच्चा बड़ा अब कर रहा न...
मतलबी इश्क़ है मतलबी आशिकी प्यार तो अब अजय सिर्फ़ उपहास है। मतलबी इश्क़ है मतलबी आशिकी प्यार तो अब अजय सिर्फ़ उपहास है।
फिर क्यूं ये रिश्ता मरणासन्न की ओर बढ़ रहा है। फिर क्यूं ये रिश्ता मरणासन्न की ओर बढ़ रहा है।
प्रिय तुम्हारे मन में बसी हुई हूं इतना तुम निभा जाओ प्रिय तुम्हारे मन में बसी हुई हूं इतना तुम निभा जाओ
फिर भी हर पल हर लम्हा कुछ याद दिलाती जिन्दगी। फिर भी हर पल हर लम्हा कुछ याद दिलाती जिन्दगी।